ये जिंदगी एक सफर है, जिसमे कई मुकाम आते हैं। उन मुकाम में कुछ लोग मिलते है तो कुछ लोग बिछड़ जाते हैं। गुजरे हुए वक़्त में बहुत सी बातें, बहुत सी यादें छिपी रहती हैं । जब हम अकेले में कभी अपने गुजरे पल क…
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ये जिंदगी एक सफर है, जिसमे कई मुकाम आते हैं। उन मुकाम में कुछ लोग मिलते है तो कुछ लोग बिछड़ जाते हैं। गुजरे हुए वक़्त में बहुत सी बातें, बहुत सी यादें छिपी रहती हैं । जब हम अकेले में कभी अपने गुजरे पल को और छूट गए लोगो को याद करते हैं, तो कुछ यादें इस कदर ताजा हो जाती हैं कि जैसे वो कल की ही बात हो। ’कुछ तुम्हारी याद में’ मे मैंने उन्ही कुछ यादों को शब्दों का रूप देने कुछ कोशिश की है। कुछ तो हक़ीक़त है और कुछ मेरी काल्पिनिक्ता। मुझमे लिखने का हुनर न सही पर लिखने का जजबा ज़रूर है। इसी जज्बे ने मुझे लिखने की प्रेरणा दी है। मैं अपने उन सभी दोस्तों का शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने मेरी इस संकलन को प्रकशित करने में मेंरा सहयोग दिया।
प्रदीप कुमार गुप्ता जन्म : ४ अगस्त १९८३ लखनऊ , उत्तर प्रदेश शिक्षा: बचपन और शुरू की शिक्षा लखनऊ में और इंजीनियरिंग मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोरखपुर से, MBA साउथ अफ्रीका से | कार्यक्षेत्र: इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एंड बिज़नेस इंटेलिजेंस कंसलटेंट । लेखन में गहरी रुचि, 200 के भी ऊपर कवितायेँ और लघु कथाएं लिख चुकें है । उनमे से कुछ पत्रिकाओं में प्रकाशित भी हुई है । लेखक के शब्दों में: "मुझे लिखने का हुनर न सही पर लिखने का जज्बा जरूर है । और जब तक ये जज्बा रहेगा मैं अपनी भावनाओ को शब्दों के रूप में तराशता रहूँगा । मेरे मन में होने वाले आत्म मंथन से जो भी निकलता है उसे समाज के सामने लाने का यही एक रास्ता है । प्रकाशित कृतियां: कुछ तुम्हारी याद में मैं नहीं एक कवी लघु कथाओं का एक जाल हास्य व्यंग के तड़के पुष्पांजलि - एक कविता संग्रह
Publisher : Scriptor
Edition : 2
Price : 199.00
Price : 99.00
ISBN : 978-9392203-84-8
Number of Pages : 60
Weight : 200
Binding Type : 3
Binding Type : 1
Paper Type : Cream Paper (70 GSM)
Language : Hindi
Category : Peotry
Uploaded On : Oct. 3, 2023
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