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जींदगी के सफर में कभी दुखों की आंधी आती है तो कभी सुखों की बारिश। इसी सुख और दुःख की धूप-छांव में जींदगी का ये सफर चलता रहता है। पर जिंदगी के हर एक पल को हँस कर बिताना ही जिन्दादिली कहलाती है। हम अगर …

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जींदगी के सफर में कभी दुखों की आंधी आती है तो कभी सुखों की बारिश। इसी सुख और दुःख की धूप-छांव में जींदगी का ये सफर चलता रहता है। पर जिंदगी के हर एक पल को हँस कर बिताना ही जिन्दादिली कहलाती है। हम अगर दुःख के दिनों में भी अपने जीवन के सुखद पलों को याद करें तो वो आसानी से कट जाते हैं । दूसरों को हँसाने में कभी कभी हम अपने गमों को भी भूल जाते हैं। मेरी इस पुस्तक में मैंने हँसी और व्यंग के तड़के से बना एक ऐसा पकवान पेश किया है, जिसे खाकर आपके पेट में गुदगुदी हो जाएगी। साथ ही मैंने बच्चों के लिए कुछ सरल कवितायें लिखी है जिसे बड़े भी पसंद करेंगे। आशा करता हूँ आप लोगों को मेरा ये प्रयास पसंद आएगा।

प्रदीप कुमार गुप्ता जन्म : ४ अगस्त १९८३ लखनऊ , उत्तर प्रदेश शिक्षा: बचपन और शुरू की शिक्षा लखनऊ में और इंजीनियरिंग मदन मोहन मालवीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोरखपुर से, MBA साउथ अफ्रीका से | कार्यक्षेत्र: इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एंड बिज़नेस इंटेलिजेंस कंसलटेंट । लेखन में गहरी रुचि, 200 के भी ऊपर कवितायेँ और लघु कथाएं लिख चुकें है । उनमे से कुछ पत्रिकाओं में प्रकाशित भी हुई है । लेखक के शब्दों में: "मुझे लिखने का हुनर न सही पर लिखने का जज्बा जरूर है । और जब तक ये जज्बा रहेगा मैं अपनी भावनाओ को शब्दों के रूप में तराशता रहूँगा । मेरे मन में होने वाले आत्म मंथन से जो भी निकलता है उसे समाज के सामने लाने का यही एक रास्ता है । प्रकाशित कृतियां:  कुछ तुम्हारी याद में  मैं नहीं एक कवी  लघु कथाओं का एक जाल  हास्य व्यंग के तड़के  पुष्पांजलि - एक कविता संग्रह

Publisher :   Scriptor

Edition :   2

Price :   199.00

Price :   99.00

ISBN :   97893-92203-91-6

Number of Pages :   82

Weight :   200

Binding Type :   3

Binding Type :   1

Paper Type :   Cream Paper (70 GSM)

Language :   Hindi

Category :   Peotry

Uploaded On :   Oct. 1, 2023

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